Wednesday, October 14, 2020

प्रदूषण का मसला किसी एजेंसी का नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगी का है: गोपाल राय

धूल प्रदूषण विरोधी अभियान के तहत चांदनी चौक में चल रहे पुनर्निमाण कार्य का बुधवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय औचक निरीक्षण करने पहुंचे। यहां पर मंत्री ने अभियान के सभी दिशा निर्देशों का पालन होता पाया। इस मौके पर मंत्री ने कहा कि प्रदूषण का मसला किसी एजेंसी का नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगी का है, किसी भी तरह से हो रहे प्रदूषण को रोकना होगा।

दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए सभी एजेंसियों को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोई यह कह कर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता कि यह दूसरे विभाग का काम है। सरकार ने पहले ही निर्माण कार्यों के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने सभी विभागों और लोगों से अपील की कि वे इन दिशा-निर्देंशों का पालन करें और प्रदूषण को कम करने में अपना योगदान दें।

वहीं ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को प्रेसवार्ता में बताया कि उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह को पत्र लिखकर उनसे एनसीआर में चल रहे सभी 11 थर्मल पावर प्लांट को बंद करने का अनुरोध किया है। जैन ने कहा कि दिल्ली के आसपास चल रहे इन थर्मल पावर प्लांट्स का दिल्ली के प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान है। जैन ने पत्र में यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने कहा था कि 2019 में सभी थर्मल पावर प्लांट बंद कर देंगे, लेकिन अब इन पावर प्लांट को नवीनीकृत करने का समय 2 वर्ष और बढ़ाना चाहती है।

उन्होंने कहा कि एनसीआर में अभी तक चल रहे 11 थर्मल पावर प्लांट को बंद करने से दिल्ली के प्रदूषण पर निश्चित रूप से फर्क पड़ेगा। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने बुधवार को दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार की निष्क्रियता की वजह से दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) के द्वारा सुझाए गए ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) को नजरअंदाज कर हरियाणा की भाजपा सरकार ने डीजल जेनसेट पर पाबंदी लगाने से इनकार किया है।

दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने बुधवार को मंडोली क्षेत्र में धूल कणों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक विशेष प्रकार के रसायन (मैग्नीशियम क्लोराइड हाइड्रेटिड फ्लेक्स) का पानी में मिलाकर छिड़काव किया गया।

इस मौके पर पूर्वी दिल्ली के महापौर निर्मल जैन, उपमहापौर हरि प्रकाश बहादुर, स्थायी समिति अध्यक्ष सत्यपाल सिंह, शाहदरा, उत्तरी क्षेत्र, के अध्यक्ष केके अग्रवाल, आयुक्त डॉ दिलराज कौर, प्रमुख अभियंता विजय प्रकाश, उपायुक्त रेनन कुमार, मुख्य अभियंता प्रदीप खंडेलवाल और वरिष्ठ निगम अधिकारी मौजूद रहे। महापौर निर्मल जैन ने बताया कि डस्ट स्प्रे सेंट 8-10 घंटे तक धूल को कम करने में मदद करता है, जबकि पानी धूल कणों को 15 से 30 मिनट तक ही दबाता है।

इस वर्ष भी निगम धूल से प्रभावित क्षेत्रों पर वाटर स्प्रिंकलर के माध्यम से पानी के साथ मिश्रित डस्ट सप्रेसेंट, 1.0 से 1.5, यानी 9000 लीटर पानी में 50 किलोग्राम के दो बैग, का छिड़काव कर रहा है। उन्होंने कहा कि निगम प्रदूषण की रोकथाम के विभिन्न स्थानों पर सघन अभियान चला रहा है। इसके तहत मैकेनिकल रोड स्वीपर, वाटर स्प्रिंकलर और विभिन्न किस्म की अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्थायी समिति अध्यक्ष सत्यपाल सिंह ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा प्रदूषण के खिलाफ अभियान में नवीन और आधुनिक माध्यमों का सहारा ले रहा है।



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चांदनी चौक में चल रहे पुनर्निमाण कार्य का बुधवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय औचक निरीक्षण करने पहुंचे।


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