
नई दिल्ली.दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए एक जगह 50 लोगों को एकत्र नहीं होने का निर्देश दिया है। लेकिन शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि वे किसी भी सूरत में पीछे हटने वाले नहीं। हालांकि, दिल्ली सरकार के आदेश के मद्देनजर उन्होंने रास्ता निकालने की कोशिश की है। इसी कड़ी में उन्होंने धरनास्थल का लुक बदलकर रख दिया है। वहां बिछाए सभी तख्तों में फासला बढ़ा दिया है। उस पर दो-से तीन महिलाओं के ही बैठने की बात कही गई है। प्रदर्शनकारियाें ने कहा कि कोरोना की आड़ में उनका आंदोलन कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। अगर जरूरत पड़ी तो वे इस तरह की व्यवस्था बनाएंगे जिसके तहत पचास लोग ही एक जगह उपलब्ध रहें। यानी प्रदर्शनकारी शिफ्ट में आएंगे। नागरिकता कानून के विरोध में धरने का मंगलवार को 94वां दिन था।
सेनिटाइजर भी रखा गया
इधर, एहतियात बरते हुए प्रदर्शनकारियों ने सेनिटाइजर की बोतल का भी इंतजाम कर रखा है। कहा जा रहा है कि वे बुखार टेस्ट करने वाला मीटर भी रखेंगे। वहां पहुंचने वाले लोगों को चेक कर ही अंदर जाने दिया जाएगा। प्रदर्शन में शामिल रमीज ने कहा हम लोगों ने तय किया है जिसे भी बुखार, खांसी और जुकाम की शिकायत है, वह आने से परहेज करे। धरना स्थल पर पचास से ज्यादा तख्त की व्यवस्था की गई है। शाहीनबाग में बैठी प्रदर्शनकारी महिलाएं सीएए को कोरोना से भी बड़ा खतरा बता रही हैं। सोफिया ने कहा, हमें कोरोना-वायरस और सीएए एवं एनआरसी दोनों से ही लड़ना है। इस लड़ाई में हमारे लिए कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक एनआरसी और सीएए है। दिल्ली पुलिस चाहती है कि शाहीनबाग में अब रास्ता खोल दिया जाए। लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने इससे भी इनकार कर दिया।
पुलिस प्रदर्शनकारियों से अब तक 3 चरणों में कर चुकी वार्ता, लेकिन रास्ता खोलने पर राजी नहीं
साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक के डीसीपी आरपी मीणा ने कहा हमने सरकार का आदेश आने पर सोमवार रात प्रदर्शनकारियों से मसले पर बात की। उन्हें हटने के लिए समझाया गया। इसके बाद उन्होंने इस मसले पर मंगलवार दोपहर को सभी लोगों से बात करने के बाद जवाब देने को कहा था। दोपहर बाद फिर इन लोगों से बात की गई, लेकिन वे पीछे हटने को राजी नहीं हुए। कुल मिलाकर तीन चरणों की बातचीत अभी तक हो चुकी है, पर वे अपने अधिकारों की बात पर वहां से हटने को तैयार नहीं। मंगलवार को धरना स्थल से करीब 100 मीटर दूर चौराहे पर पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच बातचीत हुई। वार्ता में पुलिस की ओर से स्थानीय एसएचओ और एसीपी जगदीश यादव और प्रदर्शनकारियों की ओर से करीब 20 महिलाएं शामिल हुईं।
सरकारी कर्मचारियों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराने की सरकार से मांग
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कर्मचारी यूनियन से सरकार से सेफ्टी किट उपलब्ध कराने की मांग की गई है। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों को भी सुरक्षा के लिए किट उपलब्ध कराने की मांग की गई है। दिल्ली गर्वमेंट एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा।
लोकनायक अस्पताल की ओपीडी में रजिस्ट्रेशन का समय घटाया गया
लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भी ओपीडी में मरीजों के रजिस्ट्रेशन का समय कम कर दिया गया है। बुधवार से ओपीडी में मरीजों का पंजीयन कम करना है। इसके बाद धीरे-धीरे ओपीडी को अस्थायी तौर पर बंद किया जा सकता है। वहीं सफदरजंग अस्पताल में ओपीडी-सर्जरी पर कुछ समय के लिए रोक लग सकती है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3dc9jIa
0 comments: