शुक्रवार को ड्राइवर और गार्ड की तत्परता के कारण उत्तर रेलवे के अंबाला डिवीजन में खतौली जैसी भीषण दुर्घटना होते-होते टल गया। अब उत्तर रेलवे ट्रेन के सार्तक ड्राइवर और गार्ड को सम्मानित करेगी, जिससे और भी ट्रेन ड्राइवरों का आत्मविश्वास बढ़ाते हुए सार्तक रहने के लिए प्रेरित किया जा सके।
उत्तर रेलवे के अधिकारी ने बताया कि 11 सिंतबर को अंबाला मंडल के उत्तर रेलवे के केसरी और बराड़ा सेक्शन के बीच जब ट्रेन को लेकर ड्राइवर पहुंच तो आगे ट्रैक की पटरी टूटी हुई दिखी। ट्रेन अगर आगे बढ़ती तो भीषण दुर्घटना होती। इससे पहले ही सतर्क ट्रेन ड्राइवर ने सजगता दिखाते हुए तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर खुले पड़े ट्रैक से कुछ दूर पहले ही ट्रेन को रोक लिया। इस दौरान सिविल इंजीनियरिंग विभाग के पीवे कर्मचारी बिना किसी ब्लॉक के काम कर रहे थे।
^प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ट्रैक के मरम्मत के लिए सिविल इंजीनियरिंग विभाग के पीवे कर्मचारियों ने नियमों के अनुसार ब्लाक भी नहीं लिया था पर चेतावनी फ्लैग लगाया हुआ था। इसके बाद भी सिविल इंजीनियरिंग विभाग के तीन पीवे कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए ट्रेन के सार्तक ड्राइवर और गार्ड को सम्मानित करेगी, जिससे और भी ट्रेन ड्राइवरों का आत्मविश्वास बढ़ाते हुए सार्तक रहने के लिए प्रेरित किया जा सके।
-दीपक कुमार, सीपीआरओ, उत्तर रेलवे
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