गुड़गांव में कोरोना संक्रमण जानलेवा होता जा रहा है। एक तरफ जहां रोजाना पॉजिटिव केस मिलने की रफ्तार बढ़ गई है, वहीं दूसरी ओर मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है। जहां जिला जेल में अब तक 50 से अधिक कैदी संक्रमित हो चुके हैं, वहीं अब कैदियों के लिए अलग से आइसोलेशन सेंटर स्थापित कर दिया गया है।
वहीं जिला में आठ दिन में ही 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सितंबर महीने में अब तक रिकॉर्ड 5146 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। जहां तक मौत के मामलों की बात है तो जून व जुलाई महीने में सबसे अधिक मौतें कोरोना संक्रमण से हुई थी। जून महीने में 88 लोगों की मौत हुई थी जबकि जुलाई में 32 पेशेंट ने दम तोड़ा था। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मान रहे हैं कि सितंबर महीने में संक्रमण ज्यादा ही खतरनाक साबित हो सकता है।
शुक्रवार को गुड़गांव में 339 नए पेशेंट मिले, जबकि तीन पेशेंट ने संक्रमण से दम तोड़ दिया। इसके साथ ही जहां जिला में कुल पॉजिटिव का आंकड़ा 17063 हो गया जबकि अब तक गुड़गांव में 156 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई हैं। सबसे अधिक पॉजिटिव केस नगर निगम क्षेत्र में सामने आए हैं।
निगम क्षेत्र में 284 केस मिले, जिनमें नगर निगम के जोन-1 मंक 57, जोन-2 में 69, जोन-3 में 73 व जोन-4 में 85 पॉजिटिव केस मिले। जबकि पटौदी ब्लॉक में 46, फर्रुखनगर में एक व सोहना में आठ पॉजिटिव केस पाए गए। शुक्रवार को मिले पॉजिटिव के साथ ही शहरी क्षेत्र में 14226 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं।
भोंडसी जेल में अब तक 50 से अधिक संक्रमित मिल चुके हैं
गुड़गांव की जिला जेल भोंडसी में अब तक 50 से अधिक संक्रमित मिल चुके हैं। ऐसे में कैदियों के लिए अलग से आइसोलेशन सेंटर जिला प्रशासन की ओर से बनाया गया है। डीसी अमित खत्री ने जेल के अधीक्षक को कोरोना पॉजिटिव कैदी आइसोलेशन सैंटर में शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं। आदेशों में विभिन्न विभागों की ड्यूटी इस आइसोलेशन सैंटर में लगाई गई है।
गुड़गांव पुलिस को आइसोलेशन सैंटर में सुरक्षा के कडे़ इंतजाम करने को कहा गया है जिससे कि कोई भी कोरोना संक्रमित कैदी वहां से भाग ना सके। कोरोना संक्रमित कैदी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसे आइसोलेशन सैंटर से जेल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पुलिस कर्मियों की होगी। जिला कारावास के अधीक्षक को आइसोलेशन सैंटर के अंदर नियमानुसार आतंरिक प्रबंधन तथा भर्ती कैदियों के रिकॉर्ड रखने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
वे आइसोलेशन सैंटर में बैडो, बर्तनों, खान-पान आदि सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था भी सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा स्टाफ की स्क्रीनिंग तथा कैदियों में कोविड-19 के लक्षणों आदि के जांच में प्रयोग होने वाले उपकरणों, पीपीई किट, फेसमास्क, सैनेटाइजर, एप्रन, गलब्ज आदि की भी व्यवस्था जिला कारावास के अधीक्षक द्वारा की जाएगी।
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