Friday, August 28, 2020

व्यापारियों के विरोध के बाद बैकफुट पर सरकार, शनिवार -रविवार की जगह सोमवार व मंगलवार को बंद रहेंगे बाजार

व्यापारियों के लगातार विरोध के बाद आखिर हरियाणा सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। सरकार ने अपना आदेश वापस लेते हुए वीकेंड शनिवार-रविवार की जगह अब सोमवार-मंगलवार को बाजार बंद रहेंगे। फरीदाबाद, पलवल समेत प्रदेशभर के व्यापारी सप्ताहभर से लगातार वीकेंड पर बाजार बंद करने की सरकार की घोषणा का विरोध कर रहे थे। व्यापारिक संगठन डीसी के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाते रहे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी व्यापारियों की समस्या को देखते हुए सरकार से पैरवी की।

शुक्रवार को चीफ सेक्रेटरी केशनी आनंद अरोड़ा ने बाजारों को अब सोमवार-मंगलवार को बंद करने का आदेश सभी डीसी को दिया है। व्यापारिक संगठनों ने इसे अपनी जीत बताया है। प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 21 अगस्त को ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसका प्रमुख कारण बाजारों का नियमित रूप से खुलना है।

ऐसे में शनिवार और रविवार को बाजार बंद रहेंगे। इसके अलावा सरकारी व प्राइवेट संस्थाओं के आफिस भी बंद रहेंगे। मंत्री का ट्वीट वायरल होते ही जिले के व्यापारिक संगठन विरोध पर उतर आए और सरकार के इस फैसले को तानाशाही करार कर दिया। इस मामले को लेकर सभी व्यापारिक संगठनों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर डीसी तक विरोध दर्ज कराया और ज्ञापन सौंपकर आदेश को वापस लेने की मांग की। व्यापारियों की मांग थी कि वीकेंड पर बंदी के बजाय किसी अन्य दिनों में बाजार बंद किया जाए।

व्यापारियों के समर्थन में कांग्रेसी पार्टी ने सरकार के फैसले के विरोध में अर्थी तक निकाली

व्यापारियों के समर्थन में कांग्रेसी के कार्यकर्ताओं ने सरकार के फैसले के विरोध में अर्थी तक निकाली। डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन भी सौंपा। डीसी इस मामले की रिपोर्ट सरकार को भेजते रहे। जानकारों का कहना है कि सरकार विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं देना चाहती थी। इसलिए अपने पहले के आदेश में बदलाव कर दिया। व्यापारी एकता मंच एनआईटी एक के अध्यक्ष अजय नौटियाल, जवाहर कॉलोनी मार्केट एसोसिएशन गुरुद्वारा रोड के प्रधान नीरज भाटिया, व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भाटिया, हरियाणा व्यापार मंडल के प्रधान राम जुनेजा, ओल्ड फरीदाबाद मार्केट के प्रधान नीरज मिगलानी आदि का कहना है कि सरकार का यह फैसला व्यापारिक संगठनों की एकता का परिणाम है। उन्होंने कहा यदि सरकार अपने आदेश को वापस नहीं लेती तो व्यापारी आत्महत्या करने के लिए मजबूर होते। क्योंकि थोड़ा बहुत जो कारोबार शुरू हुआ है वह शनिवार और रविवार को मार्केट बंद रहने से खत्म हो जाता।

जिले में करीब 70 हजार हैं दुकानें
व्यापारिक प्रतिनिधियों ने बताया कि जिले में करीब 65 से 70 हजार छोटी-बड़ी दुकानें हैं। इनमें एनआईटी एक, दो, तीन, पांच नंबर, बल्लभगढ़ में बस अड्डा मार्केट, अग्रसेन चौक, 7-8 की मार्केट, 7-10 की मार्केट,सेक्टर 15, ओल्ड फरीदाबाद, डबुआ कॉलोनी मार्केट, जवाहर कॉलोनी, सारन, सराय, पल्ला, सेहतपुर, तिगांव, एसजीएम नगर की प्रमुख मार्केट हैं। इन 70 हजार दुकानों पर डेढ़ लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।

ये रहेंगे बंद

  • बाजारों में सामान्य दुकानें बंद रहेंगी। शॉपिंग मॉल नहीं खुलेंगे।
  • स्कूल बंद रहेंगे। क्योंकि अभी उनके ऑफिस ही खुलें हैं और सरकार ने सभी ऑफिस बंद कर दिए हैं।
  • एसेंशिएल सर्विस के अलावा बाजारों में स्थित सभी दुकानें बंद रहेंगी। उसमें इलेक्ट्रॉनिक से लेकर क्रॉकरी, हार्ड वेयर, गारमेंट, स्टेशनरी, हेयर सैलून आदि सभी दुकानें शामिल हैं।

ये खुले रहेंगे

  • बाजारों में एसेंशिएल सर्विस पूरी तरह चालू रहेगी। इनमें राशन, दूध, सब्जी आदि की दुकानें शामिल हैं। मंदिर आम दिनों की तरह खुले रहेंगे।
  • मेडिकल शॉप पूरी तरह खुली रहेंगी। ट्रांसपोर्ट पूरी तरह चालू रहेगा। बाजारों से बाहर पंक्चर की दुकानें, पेट्राेल पंप, ढाबे आदि खुले रहेंगे।
  • बाजारों के बाहर स्थित दुकानें खुली रहेंगी। उन पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। आदेश में बाकायदा बाजारों में स्थित दुकानों के लिए ही लिखा गया है।


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After protest from traders, government on backfoot, market will remain closed on Monday and Tuesday instead of Saturday-Sunday


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