ईद-उल-जुहा का पर्व मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने घरों में रहकर उल्लास के साथ मनाया। शनिवार सुबह नमाज अता कर उसके बाद कुर्बानी दी गई। नमाज के दौरान वतनपरस्ती की दुआ करते हुए मुल्क में अमन, चैन तथा भाईचारे के साथ-साथ कोरोना की रुखसती व लोगों को महफूज रखने की दुआ की गई। ईद फरीदाबाद के साथ ही पलवल के अलावा होडल, हथीन व हसनपुर में भी मनाई गई। हिंदू समाज के लोगों ने मुस्लिम समाज के लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। नमाज के वक्त सड़कों पर लॉकडाउन की सख्ती नजर आई। पलवल में ईदगाह को जाने वाली सड़क पूरी तरह खाली दिखाई दी। कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका के चलते ईदगाहों व मस्जिदों में भीड़भाड़ के साथ ईद की नमाज अता करने को मना किया गया था। हथीन स्थित बड़ी मस्जिद के मौलाना कारी हाशिम के अनुसार इलाके की सभी मस्जिदों में, जो हमारे उलेमाओं ने निर्देश दिए थे, उन पर अमल करते हुए मस्जिदों में केवल पांच लोगों ने ही नमाज अदा की। मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के संयोजक हाजी यूनुस अहमद ने कहा कि 1441 साल में यह पहला मौका है जब लोगों ने ईद की नमाज ईदगाह पर न अता कर घरों में रहकर इबादत की। मुस्लिम समाज के लोगों ने अल्लाह की इबादत के साथ भाईचारे का संदेश भी दिया।
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