होम आइसोलेशन के दौरान कोरोना मरीजों को डिप्रेशन से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने काउंसलिंग की व्यवस्था की है। कोई भी मरीज एक्सपर्ट से बात कर अपनी परेशानी को शेयर कर सकता है। काउंसलिंग के दौरान मरीजों की शंकाओं और समस्याओं का एक्सपर्ट समाधान करेंगे। रविवार को डीसी यशपाल यादव और नगर निगम कमिश्रर डॉ. यश गर्ग ने कई होम आइसोलेशन के मरीजों से फोन पर वीडियो कॉलिंग के जरिए बातचीत की।
डीसी ने कहा कोरोना के जो मरीज होम आइसोलेशन पर हैं, वे अपने मन में किसी प्रकार की घबराहट या भय न रखें, बल्कि एक सकारात्मक सोच के साथ मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हुए अपना क्वॉरेंटाइन पीरियड पूरा करें। जब आप ठीक होकर घरों से बाहर आएं तो वॉलंटियर के रूप में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए काम करें तथा उनकी उन समस्याओं का समाधान करें, जिनसे आप गुजरे हैं। निगम कमिश्नर डॉ. यश गर्ग ने कहा कि जो व्यक्ति कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हैं और अपने घरों में आइसोलेट है, उन सभी से संवाद बनाए रखने के लिए वेबसाइट व हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए हैं।
किसी भी प्रकार की परेशानी आए तो मानसिक तनाव में न आएं। जिला प्रशासन आपकी हर संभव मदद के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि कोरोना के अधिकतर मामलों में मरीज आसानी से ठीक हो रहे हैं। बहुत कम लोगों में यह गंभीर स्थिति में पहुंचता है। डॉ. यश गर्ग ने कहा अगर मरीज की उचित देखभाल की जाए तो उसे गंभीर अवस्था में पहुंचने से बचाया जा सकता है। अन्य बीमारियों की तरह इसमें भी मरीज करीब 10 दिन में ठीक हो जाता है।
मनोवैज्ञानिकों की टीम कर रही काम| डॉ. प्रीति ने बताया कि मरीजों की काउंसलिंग के लिए मनोवैज्ञानिकों की एक टीम काम कर रही है। इसलिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। कुंदन कुमार ने बताया कि कोरोना मरीज हेल्प लाइन नंबर 0124-6811070 पर अपनी समस्या शेयर कर सकते हैं। उनकी समस्या के समाधान के लिए वापस उन्हें कॉल किया जाएगा।
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