नई दिल्ली.दंगे को लेकर मिली शिकायतों पर मुकदमे दर्ज होने का सिलसिला जारी है। अब यह आंकडा 436 पर पहुंच गया है, वहीं अभी तक पुलिस ने 1427 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है। इनमें दंगे में शामिल करीब तीन दर्जन लोगों की गिरफ्तारी डाली गई, बाकी को सुरक्षा के मददेनजर एहतियान पकड़ा गया था। इनके अलावा पुलिस ने आर्म्स के एक्ट 45 केस दर्ज किए गए। इसके साथ ही अब मरने वाले लोगों की संख्या 48 पहुंच गई है। हिंसा में घायल हुए आकिब (18) नाम के एक युवक ने इलाज के दौरान दम तोड दिया। गोकुलपुरी, भागीरथी विहार और करावल नगर इलाके में नाले से मिले पांच शव की अभी पहचान नहीं हो सकी है। सभी बॉडी राम मनोहर लोहिया अस्पताल की मॉर्चरी में है। पुलिस इस जिले में लापता हुए लोगों या फिर थानों में दर्ज गुमशुदगी के रिकॉर्ड को खंगाल उनक शिनाख्त के प्रयास में लगी है।
नार्थ ईस्ट डिस्ट्रिक में एडिशनल डीसीपी आरपी मीणा को पिछले महीने डीसीपी साउथ ईस्ट का चार्ज दे दिया गया था। तब से ही खाली हुई कुर्सी पर किसी की नियुक्ति नहीं हुई थी। दंगे में काफी लोगों की मौत हुई और साम्प्रदायिक तनाव फैल जाने की वजह से अब नार्थ ईस्ट डिस्ट्रिक में एडिशनल डीसीपी के तौर पर मोहम्मद अख्तर रिजवी को लाया गया है। वह इस जिले में एसीपी के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। यहां उनकी पोस्टिंग इसलिए की गई ताकि वे बेहतर ढंग से लोगों को समझा बुझा सकें।
हिंसा में 287 मकान जले, 79 घर खाक हो गए, 327 दुकान जलीं, 422 लोग घायल हुए
हिंसा में सरकार ने राहत एवं पुनर्वास काम की कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों ने नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे करीब करीब पूरा कर लिया है। इस संबंध में मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि सोमवार शाम तक के सर्वे के आधार पर कुल 287 मकान और 327 दुकान जली है। इसमें 79 घर पुरी तरह से जले पाए गए। 168 घर अच्छे खासे जले है। 40 मकान कम जले है। उन्होंने बताया कि पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक अभी तक हिंसा में 41 शव मिले है। वहीं, 422 लोग घायल हुए है। बता दें दिल्ली सरकार प्राथमिकता के आधार पर हिंसा में घायल, घर जलने और मृतकों के परिवार को तत्काली राहत राशि उपलब्ध करा रही है। इसमें 20 हजार रुपए घायलों को, 25 हजार रुपए मकान जलने वालों को और 1 लाख रुपए मृतकों के परिजनों को तत्काल दिए गए है। सरकार की तरफ से दी जानकारी के अनुसार अभी तक मृतक 22 परिवारों को मुआवजा की राशि बांट दी गई है।
दस्तावेज की कॉपी के लिए डीएम कार्यालय से कर सकते हैं संपर्क
सिसोदिया ने कहा कि जिन लोगों के दस्तावेज घर में जल गए है। वह उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिला अधिकारी के कार्यालय में संपर्क करें। वहां पर अपने दस्तावेज जलने की जानकारी दी। वहां से उनके डुप्लीकेंट दस्तावेज बनाने की कार्रवाई की जाएगी। एक अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन मुआवजा के लिए पीड़ितों के आधार कार्ड और पहचान पत्र तत्काल बनाने की सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
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