एटा. चीन के वुहान में फंसे उत्तर प्रदेश के एटा जिले के रहने वाले एसोसिएट प्रोफेसर आशीष यादव व उनकी पत्नी नेहा को भारत आने की अनुमति मिल गई है। दंपती के अगले हफ्ते भारत आने की उम्मीद है। राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने बताया कि, उनकी पहल पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति से सीधी वार्ता के बाद एटा के दंपती को भारत आने की अनुमति मिली है। आशीष यादव ने वीडियो संदेश भेजकर मदद की गुहार लगाई थी। दंपती ने मोदी सरकार व सभी भारतीयों का आभार जताया है।
एटा के जलेसर कस्बा निवासी डॉक्टर आशीष यादव (35) वुहान टेक्सटाइल यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनकी पत्नी नेहा (30) कंप्यूटर साइंस में पीएचडी कर रही हैं। इस जोड़े की शादी नवंबर 2018 में हुई थी और ठीक एक साल बाद नेहा वुहान चली गईं।
चीन में फैले कोरोनावायरस से भयभीत दंपती ने पिछले दिनों एक वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद मांगी थी। कहा था कि, उन्हें जल्द से जल्द चीन से भारत बुलाया जाए। एटा के रहने वाले राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने दंपती की अपील पर चीन के दूतावास, भारत के विदेश मंत्री से बात कर प्रधानमंत्री को लिखा था पत्र। हरनाथ सिंह यादव ने बताया कि, एक सप्ताह के भीतर आशीष व उनकी पत्नी अपने घर लौट आएंगे।
हंसते-खेलते शहर में पूरी तरह बीरानी छाई हुई है: नेहा
अपने परिवार को एक संदेश में नेहा ने कहा, " हम 22 दिसम्बर से ही अपने कमरे में बंद हैं। हमारी भारत सरकार से अपील है कि हमें यहां से बाहर निकालने का प्रयास करे। पहले हमें बताया गया कि यह दो सप्ताह के भीतर समाप्त हो जाएगा, लेकिन यह लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा हुआ है। ऐसा लग रहा है जैसे हॉलीवुड की कोई मूवी चल रही है। यह हंसता खेलता हुआ शहर था, लेकिन आधी रात को यह शहर पूरी तरह से बंद हो गया।''
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