Saturday, January 18, 2020

माघ मास की शुक्ल एकादशी 20 को, इस दिन 6 प्रकार से करना चाहिए तिल का उपयोग

जीवन मंत्र डेस्क. षट्तिला एकादशी 20 जनवरी, साेमवार है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। शातातप स्मृति ग्रंथ के अनुसार, इस दिन तिल का प्रयोग 6 कामों में करने का विधान है। ये 6 काम और इनका महत्व इस प्रकार है-

तिलस्नायी तिलोद्वार्ती तिलहोमी तिलोद्की।

तिलभुक् तिलदाता च षट्तिला: पापनाशना:।।

अर्थ- इस दिन तिलों के जल से स्नान, तिल का उबटन, तिल से हवन, तिल मिले जल को पीने, तिल का भोजन तथा तिल का दान करने से समस्त पापों का नाश हो जाता है।

1. तिल मिले हुए जल से स्नान

ठंड के मौसम में त्वचा रूखी हो जाती है। तिले मिले पानी से स्नान करने से त्वचा चमकदार और कोमल हो जाती है। इसके धार्मिक महत्व के अनुसार ऐसा करने से पाप खत्म हो जाते हैं।

2. तिल का उबटन

तिल का उबटन लगाने से त्वचा संबंधी रोग दूर हो जाते हैं। भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।

3. तिल मिला जल पीना

तिल मिला पानी पीने से पाचन तंत्र ठीक रहता है और अनिंद्रा में भी राहत मिलती है। तिल मिला जल पीने से अच्छी बुद्धि मिलती है जिससे धर्म-कर्म में मन लगता है।

4. तिल का भोजन

ठंड में तिल से बनी चीजें खाने से शरीर को पर्याप्त गर्मी व ऊर्जा मिलती है। पाप नाश होने के साथ ही मोक्ष प्राप्ति होती है।

5. तिल का दान

धर्म ग्रंथों के अनुसार, तिल का दान करने से पापों का नाश होता है और भगवान विष्णु अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं।

6. तिल से हवन

तिल से हवन करने पर वायुमंडल सुगंधित होता है और बैक्टीरिया नष्ट होते हैं। भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और समृद्धि मिलती है।



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On Shukla Ekadashi 20 of Magh month, 6 types should be used on this day


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