मानेसर क्राइम ब्रांच की टीम ने 25 दिन पहले हाइवे पर रोडरेज में इलेक्ट्रिक इंजीनियर की हत्या के आरोप में एक कुख्यात बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी का एक साथी पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। बदमाशों ने इंजीनियर की हत्या करने की वारदात की बात कबूल की है। आरोपी ने बताया कि मृतक इंजीनियर की कार उसके साथी की स्कूटी में टच हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के साथ उनका झगड़ा 11 अक्टूबर को हुआ था और मारपीट में लगी चोटों के कारण 12 अक्टूबर को प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई थी। पुलिस इस मामले को ब्लाइंड मर्डर मानकर चल रही थी। मृतक मौसा नेत्रपाल सिंह निवासी वसुन्दरा गाजियाबाद यूपी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर था। उन्होंने दिल्ली व गुड़गांव में अपना बिजनेस किया हुआ था। 11 अक्टूबर को इसका मौसा अपनी गाड़ी को लेकर गुड़गांव आया हुआ था। इसके मौसा के साथ एक युवती भी गाड़ी में थी। दोनों गाड़ी लेकर आईवीसी कंपनी भांगरोला के पास पहुंचे तो एक स्कूटी चालक ने गाड़ी के आगे स्कूटी लगाकर कहा कि उनकी गाड़ी ने उसका एक्सीडेन्ट कर दिया है।
इस बात पर दोनों में कहासुनी हो गई तो स्कूटी चालक ने गाड़ी की चाबी छीनने के लिए लात व थप्पड़ मारे व 15 मिनट बाद स्कूटी चालक द्वारा अपने साथियों को बुला लिया व इसके मौसा के सिर में चोटें मारी। जिसे पहले मेडयोर अस्पताल में एडमिट कराया लेकिन हालत गंभीर होने के कारण फोर्टिस अस्पताल में एडमिट कराया। जहां अगले दिन उसकी मौत हो गई।
इस मामले में खेड़कीदौला थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। इस वारदात को लेकर पुलिस ने पहले रोहित उर्फ मोनू निवासी कांकरौला को डीगल झज्जर से गिरफ्तार किया। मानेसर क्राइम ब्रांच के प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि गत शनिवार को इस हत्या में शामिल रोहित उर्फ झब्बर निवासी वजीरपुर को गिरफ्तार किया।
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