दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में पटाखा बिक्री के लिए जारी सभी लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। साथ ही कहा है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशाें के मुताबिक अागे कार्रवाई की जाएगी। दिवाली के पहले पुलिस ने अवैध ताैर पर बेचे जा रहे 593 किलाे पटाखे जब्त किए हैं।
इस सिलसिले में सात लाेगाें काे गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली में 7 से 30 नवंबर तक ग्रीन पटाखाें सहित सभी तरह के पटाखाें की बिक्री पर राेक लगाई गई है। हरियाणा सरकार ने बढ़ते प्रदूषण व कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिवाली पर सिर्फ दो घंटे के लिए पटाखे जलाने की छूट देने का निर्णय लिया है। यह छूट रात 8 से 10 बजे के बीच रहेगी। सीएम मनोहर लाल ने यह जानकारी रविवार को फतेहाबाद में दी।
सीएम ने कहा कि व्यापारियों को नुकसान न हो, इसलिए दो घंटे की छूट दी गई है। देर शाम जारी आदेशों के अनुसार, गुरुपर्व पर भी रात 8 से 10 बजे तक पटाखे जला सकेंगे। उधर राजधानी में चौथे दिन भी एयर इंडेक्स (एक्यूआई)की स्तर में कोई सुधार नहीं हुआ। रविवार को भी दिल्ली में एक्यूआई का स्तर खतरनाक बना रहा। एक्यूआई भी गंभीर श्रेणी में ही रिकॉर्ड किया गया।
वायु प्रदूषण पर निगरानी करने वाली केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एजेंसी सफर इंडिया के अनुसार आने वाले दो दिन और हवा की धीमी गति के चलते दूषित हवा से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। रविवार सुबह आईएमडी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार आईजीआई एयरपोर्ट एयर क्वालिटी इंडेक्स 392 रिकॉर्ड किया गया जो कि गंभीर श्रेणी में आता है।
बता दें कि शुक्रवार की तुलना में शनिवार को एक्यूआई में 21 बिंदुओं का इजाफा हुआ है। शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआई 406 था, जबकि शनिवार को यह 427 दर्ज किया गया। शाम छह बजे हवा में पीएम 10 की मात्रा 465 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 की मात्र 306 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही।
हवा में पीएम 10 कणों की मात्रा 100 और पीएम 2.5 की मात्रा 60 रहने पर ही उसे स्वास्थ्य के अनुकूल माना जाता है।सफर द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं निरंतर बढ़ रही हैं।
पटाखा विक्रेताओं के साथ धरना दिया, मुआवजा मांग रहे भाजपाई
राजधानी दिल्ली में पटाखों जलाने और बिक्री पर दिल्ली सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाने के बाद सियासत शुरू हो गई है। इस मुद्दे पर भाजपा का कहना है कि पटाखों पर प्रतिबंध लगाने से व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई दिल्ली सरकार को करनी चाहिए।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली में ग्रीन पटाखों की बिक्री की अनुमति आम आदमी पार्टी सरकार ने दी थी। सरकार से लाइसेंस मिलने के बाद व्यापारियों ने पटाखे खरीदे थे। अब प्रतिबंध लगाने से नुकसान की भरपाई सरकार को करनी चाहिए। वहीं, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री विजय गोयल ने मुआवजे की मांग को लेकर जामा मस्जिद क्षेत्र में पटाखा विक्रेताओं के साथ धरना दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही के कारण दिल्ली में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो गई है। लोगों का सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है, इसलिए वह वह पटाखों के प्रतिबंध के खिलाफ नहीं हैं पर यह कदम छह माह पहले उठाया जाना चाहिए था।
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