
(आनंद पवार) कोरोना संक्रमण के बढ़ने के साथ ही दिल्ली में कंटेंनमेंट जोन की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन इसमें रहने वाले लोगों की संख्या में बहुत कमी आई है। दिल्ली में पिछले 51 दिनों में 1396 कंटेंनमेंट जोन बढ़े, लेकिन इसमें रहने वालों की संख्या सिर्फ 12207 बढ़ी। राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 1889 एक्टिव कंटेंनमेंट जोन है। जिसमें 1 लाख 18 हजार 418 लोग रह रहे है। जबकि कंटेंनमेंट जोन को रीडिफाइन करने के बाद 1 अगस्त को दिल्ली में 496 कंटेंनमेंट जोन बचे थे।
जिसमें 1 लाख 6 हजार 211 लोग रह रहे थे। कंटेंनमेंट जोन बढ़ने और इसमें रहने वाले लोगों की संख्या कम होने का कारण माइक्रो स्तर पर कंटेंनमेंट जोन बनाना है। इसमें एक घर या आसपास के दो या तीन घरों को मिलाकर माइक्रो कंटेंनमेंट जोन बनाए जा रहे है। जबकि पहले बढ़े एरिया में कंटेंनमेंट जोन बनाए जा रहे थे। राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में अब तक 3260 कंटेंनमेंट जोन बने है। इसमें से 1371 डी-कंटेन कर दिया गया है।
21 जून के बाद 2926 कंटेंनमेंट जोन बने है। कोरोना के बढ़ते मामले को रोकने के लिए जिला स्तर पर कमियों और उनको सुधारने, टेस्ट-ट्रेक और ट्रीट रणनीति को और बेहतर बनाने को लेकर सुझाव देने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आठ सदस्यीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी में चार जिला उपायुक्त, चार सीडीएमओ शामिल है। कमेटी को 25 सितंबर को अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है।
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