जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग के सहयोग से तालाबों की आर्किटेक्चरल ड्राइंग पर राज्य के तकनीकी संस्थानों के लिए दो दिनी ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें 200 पऱ्तिभागियों ने भाग लिया। इसका उद्घाटन कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया। उन्होंने गांवों में तालाबों को पानी का प्रमुख स्रोत बताते हुए राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों के विकास और जीर्णोद्धार की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए राज्य सरकार की पहल की सराहना की।
कार्यशाला में बताया गया कि वर्तमान में हरियाणा में 18 हजार तालाब हैं। जो कई तकनीकी और सामाजिक कारणों से सीमित उपयोग में हैं। इस कार्यशाला का उद्देश्य इन तालाबों की उपयोगिता बढ़ाने के लिए राज्य तकनीकी संस्थानों के संकाय और विद्यार्थियों के माध्यम से एक तंत्र विकसित करना या समाधान प्राप्त करना था। कार्यशाला के दौरान विभिन्न समाधान प्रदान किए गए। जेसी बोस विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल अग्रवाल ने इस अवसर पर तालाबों का उपयोग कर सिंचाई के लिए अभिनव जलापूर्ति प्रणाली ट्रेडिल पंप का प्रदर्शन किया। यह तकनीक किसी टैंक या तालाब में संचयित पानी का विभिन्न सुविधाओं में उपयोग के लिए मदद करती है। इस प्रणाली में ट्रेडिल पंप को पैर से संचालित किया जा सकता है और इसे आसानी से बिना बिजली के चलाया जा सकता है।
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