मंडोली जेल से ऑपरेट किए जा रहे वसूली के रैकेट में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें जेल का हेड वार्डन भी शामिल है। इनके पास से चार मोबाइल मिले हैं, जिनमें से एक फोन पुलिस ने जेल के अंदर से बरामद किया है। आरोपियों की पहचान विकास उर्फ पीके, प्रमोद कुमार, राजेन्द्र सिंह, हनी राजपाल और जगनमोहन के तौर पर हुई। विकास के ऊपर दिल्ली हरियाणा में हत्या, हत्या की कोशिश, लूट, आर्म्स एक्ट जैसे 17 केस दर्ज हैं।
जबकि राजेन्द्र सिंह मंडोली जेल का हेड वार्डन है। डीसीपी द्वारका डिस्ट्रिक्ट एंटो अल्फोंस ने बताया 22 अगस्त को पुलिस पोस्ट द्वारका कोर्ट से धमकी और रंगदारी से संबंधित एक कॉल मिली थी। पीड़ित ने बताया बीते तीन दिन से उसके पास वाट्सएप एप कॉल और मैसेज से धमकी मिल रही है। ये कॉल दो मोबाइल नंबर से आ रहे थे। इस शिकायत पर द्वारका साउथ थाने में केस दर्ज किया गया।
दो हजार में सिम पहुंचाया था हेड वार्डन राजेंद्र सिंह
एसीपी राजेन्द्र सिंह की देखरेख में पुलिस ने जांच शुरू की। मोबाइल जग मोहन और प्रमोद कुमार के नाम पर रजिस्टर्ड मिले। दोनों न्यू उस्मान पुर एरिया के रहने वाले हैं। ये फोन छह अगस्त और 27 जुलाई को एक्टिव थे, जिनकी लोकेशन बुद्ध विहार मंडोली की मिली। पुलिस ने जग मोहन को पकड़ लिया। इसने बताया भाई प्रमोद के निवेदन पर उसने चार सिम छह अगस्त को लिए थे, जो जगनमोहन को दे दिए। इसके बाद प्रमोद को पकड़ लिया गया।
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