Tuesday, July 21, 2020

डीयू में इसी सत्र से लागू होगा ईडब्ल्यूएस का दूसरा चरण

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू)में इसी सत्र से ईडब्ल्यूएस कोटा का दूसरा चरण लागू होगा। डीयू के इस कवायद से कॉलेजों की सीटों में 15 फीसदी का इजाफा होगा। सीटों में हुए इजाफे से सबसे ज्यादा समस्या उन कॉलेजों को हो सकती है जो दो शिफ्ट में चलते हैं। इस बारे में अरबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. विपिन अग्रवाल का कहना है कि बढ़ी हुई संख्या को देखते हुए उन्होंने शैक्षणिक दिवस एक दिन और बढ़ा दिया है। इस कारण अब 5 दिन की जगह 6 दिन कॉलेज में क्लास लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ईडब्ल्यूएस का दूसरा चरण साथ ही टाइम टेबल इस हिसाब से सेट किया गया है जिसमें सभी छात्रों के सभी विषयों को समन्वित किया जा सके और अधिक से अधिक छात्र को इसका लाभ मिल सके। इसके अलावा दूसरी शिफ्ट के कॉलेजों से कुछ कमरे भी सुबह की पाली के लिए आवंटित करा लिए गए हैं क्योंकि शाम की पाली में छात्रों की संख्या कम होती है।प्रो.अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल यूजीसी की ओर से इस कोटे के नाम पर कोई ग्रांट जारी नहीं की गई है और इतनी जल्दी बढ़ी हुई सीटों के लिए कॉलेज में व्यवस्था करना भी संभव नहीं है। पर कॉलेज अपने स्तर पर सारी तैयारियां कर रही है।

सीट बढ़ने से शिक्षकों की संख्या में भी इजाफा होगा | प्रो. विपिन ने बताया कॉलेजों में ईडब्ल्यूएस की सीटों की संख्या में भी इजाफा होने से शिक्षकों की संख्या में भी इजाफा होगा। उन्होंने शिक्षकों की उपलब्धता के बारे में बताते हुए अनुमान है कि और शिक्षकों की आवश्यकता पड़ेगी। ऐसे में जरूरत के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक फ़र्स्ट ईयर में निर्धारित सीटों के तहत करीब 1000 छात्रों के दाखिले लिए जाते थे वहीं ईडब्ल्यूएस की बढ़ी हुई सीटों के साथ इस सत्र फ़र्स्ट ईयर में ही छात्रों के दाखिले की संख्या लगभग 1300 हो जाएगी। प्रो. विपिन ने बताया कि ईडब्ल्यूएस कोटा कुल 25 फीसदी लागू होना है जो कॉलेज में 2 चरण में लागू किया जा रहा है। जिसमें 10 फीसदी शैक्षणिक सत्र 2019-20 में ईडब्ल्यूएस कोटा 10 फीसदी लागू हुआ था वहीं अब दूसरे चरण में 15 फीसदी और लागू होने जा रहा है।

इंफ्रास्ट्रक्चर की आ सकती है समस्याप्रो. विपिन ने बताया कि दूसरी पाली के कॉलेज शाम 3 बजे से शुरू हो जाते हैं, ऐसे में छात्रों की बढ़ी हुई संख्या के साथ दोनों को चलाने में इंफ्रास्ट्रक्चर की परेशानी आ सकती है। इसके लिए उन्होंने दूसरी पाली के कॉलेजों से करीब 15 कमरे सुबह की पाली के छात्रों के लिए आवंटित करवा लिए हैं। सुबह के शिफ्ट में कई कमरे खाली पड़े रहते हैं, ऐसे कमरों की सूची तैयार कर उन सभी कमरों को शाम की पाली के लिए ले लिया गया है।



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