सोहना में 26 जून की सुबह हत्या के मामले में एक व्यक्ति की गोलियों से भूनकर हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने हत्या करने के लिए गाड़ी उपलब्ध कराने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को पुलिस ने रविवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। वहीं पूछताछ में आरोपी ने बताया कि हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी ने वाट्सएप कॉलकर उससे गाड़ी मांगी थी और उसका साला धर्मेन्द्र गाड़ी लेकर गया था। एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि यह हत्या 26 साल पुरानी रंजिश में की गई है। आरोपी धर्मेन्द्र भड़थल गांव दिल्ली का रहने वाला है और उसके पिता की वर्ष 1994 में मृतक के भाई नरेन्द्र ने दिल्ली में ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में नरेन्द्र तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है और हाल ही में वह पैरोल पर आया था।
एसीपी प्रीतपाल ने बताया कि सोहना सिटी पुलिस को सूचना मिली कि हत्या के इस मामले में गाड़ी उपलब्ध कराने वाला आरोपी अलीपुर बस स्टैंड पर खड़ा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान 30 वर्षीय अमित डागर निवासी गांव अलीपुर के रूप में हुई है। आरोपी के साथी ने वाट्सएप फोन कॉल कर एक अन्य साथी को गाड़ी उपलब्ध कराने के लिए कहा था। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि इसके एक साथी सोनू राठी ने इसे व्ट्सएप कॉल के माध्यम से कॉल करके कहा उसका साला धर्मेन्द्र गाड़ी लेने के लिए आएगा, उसे किसी को टपकाना है। उसे गाड़ी दे देना।
सोनू राठी के कहने पर धर्मेन्द्र को गाड़ी दे दी और धर्मेन्द्र ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर सोहना की चुंगी नंबर एक पर घर के बाहर बैठे विरेन्द्र को गोलियों से भून दिया और फरार हो गए। जिसके बाद गंभीर रूप से घायल विरेन्द्र को अस्पताल में डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि सोनू राठी का साला धर्मेन्द्र व उसका साथी (गोली मारकर हत्या करने वाले) हत्या करने के बाद इसे गाड़ी वापिस दे गए थे।
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