मिंस्क. कोरोनावायरस दुनिया में अब तक 35 हजार से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला चुका है। हर मुल्क इससे खौफजदा है। बचने के कड़े उपाय कर रहे हैं। लेकिन, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको बेफिक्र हैं। उनके देश में संक्रमण से बचने के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। खचाखच भरे स्टेडियम में फुटबॉल और आइस हॉकी खेली जा रही है। लुकाशेंको के मुताबिक- बेलारूस में कोरोना का कोई खतरा नहीं है। लोगों को वोदका पीना चाहिए और सॉना बाथ लेना चाहिए।
खड़े होकर जान जाए तो बेहतर
1990 में सोवियत संघ के विघटन के बाद बेलारूस नया देश था। यहां की आबादी करीब 90 लाख है। लुकाशेंको 1994 से सत्ता में हैं। यहां 92 लोग संक्रमित भी पाए जा चुके हैं,लेकिनराष्ट्रपति बेफिक्र नजर आते हैं। पिछले दिनों उन्होंने खुद एक आइस हॉकी मैच में हिस्सा लिया। इसके बाद मीडिया से बातचीत में कहा, “घुटनों के बल चलकर जिंदगी गुजारने से बेहतर है, पैरों पर खड़े होकर मर जाना। आपको यहां कोई वायरस उड़ता नजर आ रहा है? मुझे तो नहीं दिखता।”
और सुझाव भी...
लुकाशेंको ने आगे कहा, “खेल वायरस से निजात पाने का सबसे अच्छा तरीका है। लोगों को रोज 50 मिलीवोदका पीना चाहिए। सॉनाबाथ लेना चाहिए, ताकि गर्म रह सकें। खेतों में काम करना चाहिए। नाश्ता वक्त पर करना बेहद जरूरी है। इस देश में लॉकडाउन, बॉर्डर सील या सोशल डिस्टेंसिंग की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है।” रूस ने नागरिकों पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। बेलारूस के राष्ट्रप्रमुख ने इनका मजाक उड़ाया।
सरकारी आयोजन रद्द नहीं होंगे
बेलारूस 9 मई को विजय दिवस मनाता है। इस दिन लाखों लोग सड़कों पर नजर आते हैं। लुकाशेंको के मुताबिक, “विक्ट्री डे प्रोग्राम रद्द नहीं होगा। सरकारी कार्यक्रम तय वक्त पर ही होंगे। हमारी रक्षा भगवान करेगा। कई लोग कह रहे है कि बॉर्डर सील कर दीजिए। मैं ऐसा बिल्कुल नहीं करूंगा। किसी नागरिक को क्वारैंटाइन भी तभी किया जाएगा, जब ये बेहद जरूरी होगा।”
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