प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपीपुलिस द्वारा आपराधिक मामलों की विवेचना में लापरवाही को लेकर डीजीपी यूपी और कन्नौज के एसएसपी को तलब किया है। कोर्ट ने डीजीपी से पिछले एक साल के दौरान दर्ज हुए उन मुकदमों की सूची मांगी है जिनमें विवेचना अभी भी लंबित है। अदालत ने कहा कि आश्चर्यजनक है कि हत्या जैसे संवेदनशील मामले में भी ठीक से जांच नहीं की जा रही है। मामले की अगली सुनवाई 5 मार्च को होगी।
कन्नौज के धर्मपाल सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सुधीर अग्रवाल और जस्टिस राजीव मिश्र की खंडपीठ ने यह निर्देश जारी किया। कोर्ट ने डीजीपी को यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि किस कारण से इन गंभीर अपराधों में विवेचना पूरी नहीं हो सकी है और इसके लिए उन्होंने जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ क्या कार्रवाई की है। यदि कार्रवाई नहीं की गई है तो उसका भी कारण स्पष्ट करें।
कोर्ट ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी भी इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं कि विवेचना ठीक से नहीं हो रही है। पीठ ने कहा कि हमारी नजर में इसके लिए एसएसपी कन्नौज से लेकर के डीजीपी तक जिम्मेदार हैं क्योंकि उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि वह अपने अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यों की निगरानी करेंगे।
धर्मपाल के मामले में कहा गया कि उसने कन्नौज के विश्वगढ़ थाने में 22 जुलाई 2018 को हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट ,बलवा आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन इस मामले में पुलिस विवेचना नहीं कर रही है।
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