भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 5 लाख के पार हो चुकी है। दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या 1 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी है। जाहिर है कि ये आंकड़े लोगों को डरा रहे हैं। हर पल लोग कोरोना से जुड़ा जरूरी अपडेट लेना चाहते हैं।
मार्च में कोविड-19 के भारत में दस्तक देने के साथ ही इससे जुड़े कई भ्रामक दावों और अफवाहोंका भी दौर शुरू हुआ है।ये दावे कभी कोरोना के इलाज से जुड़ेतो कभी कोविड-19 के बारे में किसी बड़ी हस्ती या संस्था के नाम से बयान वायरल किया गया।
दैनिक भास्कर की फैक्ट चेक टीम इन दावों की पड़ताल कर आप तक सही फैक्ट्स औरसच्चाईपहुंचा रही है। जानें कोरोना वायरस से जुड़े ऐसे ही हाल के 10 बड़े भ्रामक दावों का सच।
1. वायरल दावा - डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस कमजोर पड़ रहा है।
सामने आई सच्चाई- डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अडेहनोम ग्रेबेयसस ने खुद इस बात का खंडन किया।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
2. वायरल दावा- गृह मंत्रालय ने देश भर के स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है।
सामने आईसच्चाई- गृह मंत्रालय ने कुछ शर्तों के साथ सिर्फ 10वीं और 12वीं की कुछ परीक्षाएं कराने की अनुमति दी थी, स्कूल खोलने की नहीं।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
3. वायरल दावा - बिल गेट्स कोरोना टेस्ट के साथ लोगों के शरीर पर चिप लगा रहे हैं , जिससे लोगों पर नजर रखी जा सके।
सामने आईसच्चाई - बिल गेट्स ने लोगों को डिजिटली सर्टिफाइड करने की बात कही थी। न कि शरीर पर चिप लगाने की।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
4. वायरल दावा - रिसर्च संस्था आईसीएमआर के नाम से वॉट्सऐप मैसेज, इसमें कहा जा रहा आप एक साल तक बाहर नहीं जा सकते, ऐसे ही कुल 21 दिशा-निर्देश
सामने आईसच्चाई - आईसीएमआर की कोरोना टीम के सदस्य डॉ सुमित अग्रवाल ने ही इस दावे को फर्जी बताया।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
5. वायरल दावा 5 - डॉ. रमेश गुप्ता की किताब 'आधुनिक जन्तु विज्ञान' में बरसोंपहलेही कोरोना वायरस कीजानकारी दे दी गई थी।
सामने आईसच्चाई - डॉ. गुप्ता की किताब में सर्दी-जुकाम के लक्षणों को ठीक करने की दवाइयां लिखी हैं, भारत सरकार ने भी इस दावे को फेक बताया पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
6. दावा - एक अखबार की कटिंग शेयर कर दावा किया गया कि शराब पीने वालों को कोरोना वायरस नहीं होगा।
सामने आईसच्चाई - पड़ताल में इस तरह की कोई खबर नहीं मिली। डब्ल्यूएचओ ने अल्कोहल बेस्ड हैंडवॉश का इस्तेमाल करने को कहा, शराब पीकर कोरोना ठीक होने की कोई बात नहीं कही।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
7. दावा - डेटॉल को पहले से ही कोविड-19 के बारे में पता था, उनकी बॉटल के पीछे कोरोनावायरस का नाम लिखा है।
सामने आईसच्चाई - कंपनी के कुछ प्रोडक्ट्स को कोरोना वायरस फैमिली के खिलाफ असरकारक बताया गया था। लेकिन, कोविड-19 को लेकर डेटॉल के किसी भी प्रोडक्ट की टेस्टिंग नहीं की गई।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
8. दावा - चीन के कोरोना विशेषज्ञ Dr. Li Wenliang मौत से पहले बता गए कि चाय में मौजूद केमिकल कोरोनावायरस को मार सकते हैं।
सामने आईसच्चाई - Dr. Li Wenliang कोरोना वायरस विशेषज्ञ नहीं बल्कि आंखों के विशेषज्ञ थे। उनकी स्वयं की मौत भी कोरोना संक्रमण से ही हुई थी। उनके नाम से वायरल किया गया दावा फर्जी निकला।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
9.दावा - कोरोनावायरस का इलाज ताजे उबले लहसुन के पानी से हो सकता है। लहसुन को सात कप पानी में उबालें और पिएं।
सामने आईसच्चाई - डब्ल्यूएचओ ने ट्वीट करके कहा- लहसुन से कोरोनावायरस के इलाज के कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
10. दावा - अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसकी पत्नि की कोरोना संक्रमण से कराची के एक अस्पताल में मौत हो गई है।
सामने आई सच्चाई - दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस ने ही स्पष्ट किया है कि न तो दाऊद को कोरोना संक्रमण हुआ है न ही उसकी मौत हुई है।
पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3i6DT8l
SHARE THIS
0 comments: