
वाराणासी. कोरोनावायरस को लेकर भारत ही नहीं पूरी दुनिया में दहशत का माहौल बना हुआ है। इस बीच इस समय बाजारों में मॉस्क और सेनेटाइजर की मांग बढ़ गई। दहशत का लाभ उठाकर मास्क और सेनेटाइजर की कालाबाजारी की शिकायतें भी मिल रही है। कालाबाजारी की ग्राउंड रिपोर्ट जानने के लिए जब दुकानों का रुख किया गया तो पता चला कि मेडिकल स्टोर से एन 95 मास्क गायब है तो जनरल मास्कों की भरमार बाजार में लगी हुई है। ब्रांडेड सेनिटाइजर भी गायब हैं।
बाजार में बिक रहे मास्क और सेनिटाइजर का हाल जानने सबसे पहले हम रथयात्रा पर स्थित सुशील मेडिकल पहुंचे। जहां लोकल मास्क उपलब्ध था, जिसकी कीमत 40 रुपए थी। वहां से हम सिगरा स्थित छोटा माल शॉप पर पहुंचे जहां 1 से 900 रुपए तक के मास्क बिक रहे थे। यहां दुकान के मालिक ऐसे लोगों को भी मास्क बांटते दिखाई दिए जिन्हें संक्रमण नहीं था। वो सस्ता और निशुल्क मास्क देकर जागरूक भी कर रहे थे। इनका दावा है दिल्ली और चाइना में संक्रमण से पहले बने मास्क उपलब्ध हैं। 900 रुपए का मास्क जो पूरी तरह से संक्रमण से लोगों को बचाएगा। वो उसी को बेच रहे हैं, जिनमें कोई लक्षण दिख रहा है।
दुकानों पर ब्रांडेड की जगह साधारण सेनेटाइजर ही उपलब्ध
उनका यह भी मानना है कि लोग बीमार न होने पर भी प्रदूषण से बचने को मास्क खरीद रहे हैं। लोगों को अवेयर करना भी सभी का काम है। 10 , 40, 80, 150, 900 रुपए के मास्क भी बाजार में उपलब्ध हैं। यहां पर कई बड़े मेडिकल शॉप से एम 95 गायब हैं। वहीं सेनिटाइजर भी बहुत जगहों पर नहीं हैं।
यहां मौजूद अरविंद मेडीकल में हमने सेनिटाइजर मांगा तो एक्वा क्लीनर हैंडरब लिक्विड दिया गया। जिसकी कीमत 99 रुपए दर्ज है। लेकिन उन्होंने 95 रुपए में बिल काट कर दिया गया और पैसा भी 95 रुपए ही लिया। एमआरपी से 4 रुपया सस्ता सेनिटाइजर यहां मिला। जिसकी बहुत डिमांड है। लेकिन पैसा कम क्यों लिया गया, इसका जबाब नहीं मिला।
डीएम कौशल राज ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देशित किया गया है कि 25 प्रतिशत मास्क हॉस्पिटल में रिजर्व रखें। सस्ते मास्क को हाई प्राइज में बेचने पर कार्यवाही करें। चार टीमें भी बनाई गई हैं, जो इसको वाच करेंगी। स्टॉकिस्टों को स्टॉक मेंटेन करने को कहा गया है। जिसको जरूरत न हो उसको जागरूक करें। कोई पैनिक क्रिएट न होने पाए।
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