लखनऊ. उत्तर प्रदेश के फर्रुबाद में में गुरुवार को बदमाश सुभाष ने 23 बच्चों को बंधक बना लिया था। हालांकि पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान उसे मारकर सभी बच्चों को सकुशल छुड़ा लिया था। लेकिन सुभाष के मोबाइल फोन की जांच के बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि रूस और अमेरिका में हुए किडनैपिंग का वीडियो देखकर बदमाश सुभाष ने 23 मासूम बच्चों को फर्रुखाबाद में कैद किया था।
आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने कहा- बदमाश सुभाष बच्चों को किडनैप करने का प्लान बीते दो महीने से बना रहा था। इसके पास से दो मोबाइल मिले हैं। एक गोल्डन कॉलर का मोबाइल है एक दूसरा सेल फ़ोन जो बात करने के लिए यूज़ करता था। बदमाश के मोबाइल में 2004 में रूस में हुए तीन दिन के किडनैपिंग करने का वीडियो मिला है। इसी तरह दो अन्य अमेरिका में हुई किडनैपिंग का वीडियो और फ़ोटो मिले हैं। बम बनाने के भी वीडियो मिले हैं।
मोबाइल में वीडियो देखकर बम बनाना सीखा
अग्रवालन ने कहा- बदमाश सुभाष बाथम सजायाफ्ता कैदी था और उसने 10 साल तक जेल में सजा काटी थी। हाईकोर्ट से जमानत पर चार महीने पहले ही बाहर आया था। सुभाष के मोबाइल से बम बनाने के वीडियो और गूगल पर सर्च करने के लिंक भी मिले हैं। सुभाष ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर यह प्लान किया था।
कई दिनों तक बंधक बनाने का था प्लान
आईजी रेन्ज मोहित अग्रवाल ने बताया, बदमाश सुभाष बाथम ने घर में वारदात के दो दिन पहले ही एक टॉयलेट बनाया था। इससे यह लग रहा हैं इसने पूरे साजिश के तहत वारदात को अंजाम देने का प्लान किया था। इसके पास इतना गोला बारूद था यह 10 से 15 दिन तक मोर्चा ले सकता था। उसके घर से 15 केजी का एक सिलेंडर, 5 इलेक्ट्रिक बम, 135 देशी बम, 20 कारतूस मिले, 15 कारतूस का इस्तेमाल किया, 4 मीडियम सुतली बम, और बम बनाने के बारूद तीन केजी, सुतली, ग्रे कॉलर का बारूद, बैट्री वाला बम मिले हैं।
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