Saturday, February 15, 2020

शायर इमरान प्रतापगढ़ी को भेजा 1.4 करोड़ रुपए का नोटिस, धारा 144 के उल्लंघन का आरोप

मुरादाबाद. जिला प्रशासन ने शायर और कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी को 1.4 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा है। इमरान पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में लोगों को भड़काने और प्रशासन द्वारा एहतियातन लगाई गई धारा 144 के उल्लंघन का आरोप है। इमरान प्रतापगढ़ी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुएकहा- वह इस तरह के आंदोलनों का हिस्सा बनते रहेंगे।

इमरान प्रतापगढ़ी ने हाल ही में ईदगाह इलाके में एक सभा को संबोधित किया, जबकि प्रशासन की तरफ से इसकी इजाजत नहीं दी गई थी। यहां29 जनवरी से प्रदर्शन चल रहा है। नोटिस में सामाजिक सौहार्द को खतरा बताया गया है। प्रशासन के अनुसार कानून-व्यवस्था पर खर्च हो रहा है। अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम ने अब तक 144 लोगों को इस तरह का नोटिस जारी किया है। इसमें सबसे ज्यादा राशि इमरान प्रतापगढ़ी की है।

नोटिस में कहा गया है कि आपके द्वारा सीएए के विरोध में मुरादाबाद शहर में धारा 144 लागू होने बाद भी ईदगाह पर समुदाय विशेष के लोगों को आह्वान कर उनको भड़का कर एकत्रित किया जा रहा है। 144 का उल्लंघन कर अपने सहयोगियों, साथियों और महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में एकत्र होकर विभिन्न समुदायों के बीच असौहार्द, शत्रुता, घृणा और वैमनस्य की भावना फैलाई जा रही है। इसके कारण जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती करनी पड़ रही है।

पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप पुलिसबल की प्रतिदिन का व्यय 13 लाख 42 हजार 500 रुपए हो रहा है। अब तक एक करोड़ चार लाख आठ हजार 693 रुपए का राजकीय कोष का खर्च हो चुका है, जिसकी वसूली आपसे की जा सकती है।

'मैं आगे भी ऐसे सभी आंदोलनों में हिस्सा लेता रहूंगा'
नोटिस के सवाल पर उन्होंने कहा कि देशभर में जितने आंदोलन चल रहे हैं, सरकार मुझे उसका जिम्मेदार मानती है तो मुझे खुशी है। मैं आगे भी ऐसे सभी आंदोलनों में हिस्सा लेता रहूंगा। यह सरकार हमारी आवाज को दबा नहीं सकती है। प्रशासन मुझे नोटिस भेजे, मैं उसको देखकर जवाब दूंगा। मैं हाई कोर्ट जाऊंगा, जरूरत पड़ेगी तो सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा।'



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कांग्रेसी नेता और प्रख्यात शायर इमरान प्रतापगढ़ी- फाइल फोटो


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2vDHl6t

SHARE THIS

Facebook Comment

0 comments: